मशहूर अदाकार कादरखान से जब मिले थे हमारे पत्रकार स्पर्श देसाई : खास रिपोर्ट
मुंबई: दिनांक 1/1/2019
कभी हमारे पत्रकार स्पर्श देसाई महान कलाकार कादरखान से मिले थे । उस बात को याद करते हूए हमारे पत्रकार स्पर्श देसाई बताते हैं कि साल 2013 के जूलाई मास में मुंबई जुहू स्थित किशनलाल वालेचा सभागृह में लता शिखर संस्थापित संस्था" तरंगिनी आर्ट्स" के "सारथि साहित्य व कला सम्मान समारोह 2013" में कादरखान बतौर मुख्य अतिथि के रुप में पधारे थे । तब उनके अलावा दूसरे कलाकार गुफी पैन्टल , बहूचर्चित गजेन्द्र चौहान और अली खान के अलावा फिल्म निर्माता स्व. प्रविण खन्ना, फिल्मों के लेखक जलिस अहसान सिद्दीकी भी थे ।
इस समारोह में हमारे पत्रकार स्पर्श देसाई के साथ दूसरे पत्रकार लोग जिसमें पत्रकार रवि यादव, जैक चूनावाला और फोटोग्राफर अतुल देसाई ने इस मशहूर कलाकार कादरखान
को आदाब सलाम कर कुछ सवाल पूछे थे । तब उन्होंने बताया था कि अब उम्र 75 तक की हो गई हैं । उपर तबियत भी नासाज़ रहती हैं। फिरभी मूझे किसीका डर नहीं मैं फिल्मों में हरी तबियत लेकर वापस आउंगा। फिलहाल मैं एक फिल्म में जल्द दिखूंगा । उस फिल्म का नाम हैं "हो गया ना दिमाग का दहीं ? " दूसरी दोचार फिल्मों के लिए बात चल रही हैं । मैं ईन्जनियर हूं । मैं प्रोफेसर भी रह चूका हूं । मैंने बच्चों को पढाया भी । मुंबई के बदनाम एरिया कमाटीपुरा में मैंने
थोड़े दिन गुजारे हैं । वहां की गुरबत देखकर दिल दु:खी हो जाता हैं । मैं जात का पठान हूं । करीब 250 फिल्में लिखी हैं और 300 फिल्मों में काम किया हैंं । जब नहीं था तब कुछ नहीं था ।आज खूदा ने सब कुछ दे दिया हैं । मूजे किसी से कोई शिकायत नहीं । मैंने अपना काम बड़ी जिम्मेदारी से निभाया हैं । मूझे इन दिनों घूटनों के दर्द ने परेशान किया हैंं पर मैंजल्द ही इससे छूटकारा पाकर फिल्मों में वापसी करुंगा ।
ऐसी बहुत सारी बातें बहुत ही विनम्रता से हमारे पत्रकार स्पर्श देसाई को बताई थी । जिससे हमारे पत्रकार प्रभावित हूए थे ।
रिपोर्ट और फोटोज: अतुल देसाई
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